बुधवार, 18 जुलाई 2012
दर्द न मिले, तो दुखता है
दर्द !
अब न मिले
तो दुखता है
नहीं बंधु !!
घाव नहीं है यह
हथेली का ठेल्ला (गांठ) है
कुदाली दो पारने को
पत्थर दो तोड़ने को
बस यही एक दवा है
नहीं !!!
नहीं लगती चोट
इस बात को लेकर
जी अक्सर कचोटता है
2 टिप्पणियां:
विनोद सैनी
19 जुलाई 2012 को 5:49 am बजे
यदि दुख नही होगा तो सुख का अहसास नही होगा
यूनिक तकनीकी ब्लाग
जवाब दें
हटाएं
उत्तर
जवाब दें
Sunil Kumar
19 जुलाई 2012 को 9:05 am बजे
बहुत अच्छी भावाव्यक्ति , बधाई
जवाब दें
हटाएं
उत्तर
जवाब दें
टिप्पणी जोड़ें
ज़्यादा लोड करें...
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
यदि दुख नही होगा तो सुख का अहसास नही होगा
जवाब देंहटाएंयूनिक तकनीकी ब्लाग
बहुत अच्छी भावाव्यक्ति , बधाई
जवाब देंहटाएं