शनिवार, 1 सितंबर 2012

दहशत का दियारा

बिहार के विभिन्न दियारा और टाल क्षेत्रों में मध्य बिहार से भी ज्यादा खून बहे हैं, लेकिन इस पर बहस नहीं होती । शायद सरकारों  ने दियारा को अलग दुनिया मान रखी है। दियारा की हिंसा पर "द पब्लिक एजेंडा'' के हालिया अंक में एक रिपोर्ट प्रकाशित हुई है। ऊपर की तस्वीर डाउनलोड कर यह रिपोर्ट पढ़ी जा सकती है। मैग्जीन की वेबसाइट पर भी रिपोर्ट उपलब्ध है, क्लिक करें। - रंजीत

3 टिप्‍पणियां:

पुष्यमित्र ने कहा…

अच्छा विषय चुना है आपने

पुष्यमित्र ने कहा…

अच्छा विषय चुना है आपने

रंजीत/ Ranjit ने कहा…

dhanyawad Bandhu