मंगलवार, 9 नवंबर 2010

वो सिर्फ ओबामा

वो प्रबल राष्ट्र
वो सबल समाज
जिनका अपना न कोई इतिहास
जिनका है यह अटल विश्वास
बिना शिकार
जीवन बेकार
देश बेकार
दुनिया बेकार
उस प्रचंड राष्ट्र के राष्ट्रपति
न हो सकते हैं यात्री
वो आये और लौट गये
संग 'चौर-चीत' भी लेते गये
अब सेंध पड़ेगा टाट में
सब कुछ होगा हाट में

मत समझो उसे सुदामा
वह सिर्फ ओबामा, सिर्फ ओबामा

1 टिप्पणी:

देवेन्द्र पाण्डेय ने कहा…

सुदामा नहीं..सब जानते हैं कि गामा है।