रविवार, 17 जनवरी 2010

सूर्य ग्रहण की दो तस्वीर

कुदरत के अद्भुत कारनामे को निहारती एक जोड़ी
धीरे -धीरे घटता सूरज

2 टिप्‍पणियां:

L.R.Gandhi ने कहा…

अद्भुत - अलौकिक - धरा -दिनकर का लुका छिप्पी का महोत्सव !
दिनकर छुप गए और धरा दबे पांव अपने प्रियतम को ढून्ढ रही है !
चाँद चुप चाप इस खेल को निहार ...ठंडी आहें भर रहा है...............!
ब्रहमांड के प्रथम प्रेमिओं के मिलन का महोत्सव है यह................!

दिगम्बर नासवा ने कहा…

अध्बुध दृश्य लिए हैं आपने ....... ईश्वर के खेल का बेमिसाल नज़ारा है ये ..........